इस्कॉन
इस्कॉन मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है। इस्कॉन का पूर्ण रूप International Society for Krishna Consciousness है, जिसकी स्थापना विश्वभर में कृष्ण भक्ति के प्रसार के उद्देश्य से की गई थी। आज इसके मंदिर न केवल भारत के विभिन्न शहरों में बल्कि विश्व के कई देशों में भी स्थापित हैं।
यहां आने वाले श्रद्धालु और भक्तगण “हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे… हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे” महामंत्र का सामूहिक कीर्तन और जप करते हुए भक्ति में लीन दिखाई देते हैं। इस्कॉन मंदिर केवल पूजा-अर्चना का स्थान नहीं है, बल्कि यह अध्यात्म, शांति और कृष्ण भक्ति का जीवंत प्रतीक माना जाता है।
जन्माष्टमी पर करें इन स्थानों की सैर हर कौन गूंजता है राधे राधे से
1. इस्कॉन मंदीर बेंगलोर
यह भारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है, जिसे श्रद्धा और भक्ति से लोग श्री राधा कृष्ण मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यहाँ पूरे वर्ष देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर का शांत और आध्यात्मिक वातावरण भक्तों को गहरी भक्ति और शांति का अनुभव कराता है।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ अद्भुत रौनक और उत्सव का माहौल देखने को मिलता है। हजारों भक्त एकत्र होकर भक्ति गीतों, कीर्तन और विशेष पूजा-अर्चना के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन मंदिर आकर्षक सजावट, भव्य झांकियों और आध्यात्मिक उत्साह का अद्वितीय केंद्र बन जाता है।
2. इस्कॉन मंदीर पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल के मायापुर में स्थित इस्कॉन मंदिर भारत के सबसे विशाल और भव्य इस्कॉन मंदिरों में से एक है। अपनी अद्वितीय वास्तुकला और आध्यात्मिक वातावरण के कारण यह मंदिर श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
मंदिर की भव्यता और शांति का अनुभव हर आगंतुक को गहरी आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है। यदि आप पश्चिम बंगाल की यात्रा पर हैं, तो मायापुर का यह दिव्य मंदिर अवश्य देखने योग्य स्थल है। यहाँ आकर आप न केवल भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का आनंद ले सकते हैं, बल्कि भव्य प्रार्थना सभाओं और कीर्तन का अद्वितीय अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।
3. इस्कॉन मंदीर मुंबई
मुंबई का श्री राधा रास बिहारी मंदिर, शहर के लोकप्रिय जुहू बीच के पास स्थित एक प्रमुख इस्कॉन मंदिर है। अपनी भव्यता और शांत वातावरण के कारण यह न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ अद्भुत उत्साह और रौनक देखने को मिलती है। इस दिन मंदिर सुंदर सजावट से जगमगाता है और हजारों भक्त मिलकर भक्ति गीतों, कीर्तन और पूजा-अर्चना के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाते हैं।
4. इस्कॉन मंदीर दिल्ली

दिल्ली के हृदय स्थल में स्थित इस्कॉन मंदिर राजधानी का एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। यहाँ वर्षभर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और भक्ति का अनुभव करने आते हैं।विशेष रूप से जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मंदिर का दृश्य अद्भुत हो जाता है। इस दिन लाखों भक्त एकत्र होकर भक्ति गीतों, कीर्तन, आकर्षक सजावट और आध्यात्मिक उत्साह के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाते हैं। मंदिर की भव्यता और आयोजन की विशालता इसे दिल्ली के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक बना देती है।
5. इस्कॉन मंदीर वृन्दावन
वृंदावन में स्थित इस्कॉन मंदिर को श्रीकृष्ण बलराम मंदिर के रूप में जाना जाता है और यह भक्तों के लिए अत्यंत श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। इस भव्य मंदिर का निर्माण वर्ष 1975 में किया गया था और तब से यह विश्वभर के कृष्ण भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल बन चुका है।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ का माहौल अद्भुत और भक्तिमय हो जाता है। हजारों श्रद्धालु भजन-कीर्तन, नृत्य और पूजा-अर्चना के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाते हैं। मंदिर की आकर्षक वास्तुकला और आध्यात्मिक वातावरण हर आगंतुक को गहरी भक्ति और शांति का अनुभव कराता है।
6. इस्कॉन मंदीर अहमदाबाद
अहमदाबाद में स्थित इस्कॉन मंदिर, जिसे श्री राधा गोविंद धाम और हरे कृष्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, शहर की सबसे सुंदर और भव्य रचनाओं में से एक है। इसकी आकर्षक वास्तुकला और शांत वातावरण श्रद्धालुओं व पर्यटकों दोनों को गहराई से प्रभावित करते हैं।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यहाँ का उत्सव अत्यंत भव्य रूप लेता है। हजारों भक्तजन भक्ति संगीत, कीर्तन और विविध धार्मिक अनुष्ठानों के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को बड़ी श्रद्धा और उल्लास से मनाते हैं।
अपनी अद्वितीय खूबसूरती और आध्यात्मिक आभा के कारण यह इस्कॉन मंदिर अहमदाबाद आने वाले हर यात्री के लिए अवश्य दर्शनीय स्थल है।
7. इस्कॉन मंदीर नॉएडा
नोएडा में स्थित श्री राधा गोविंद मंदिर एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है, जो अपनी भव्यता और शांत वातावरण से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह मंदिर अग्रसेन मार्ग पर स्थित है और स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूर-दराज़ से आने वाले भक्तों के लिए भी आस्था का महत्वपूर्ण स्थल है।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ का दृश्य अत्यंत मनमोहक हो जाता है। भव्य सजावट, मधुर भजन-कीर्तन और हजारों भक्तों की उपस्थिति इस पर्व को और भी दिव्य बना देती है। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का यह उत्सव यहाँ पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

8. इस्कॉन मंदीर हेदराबाद
हैदराबाद में स्थित इस्कॉन मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित एक भव्य और पवित्र स्थल है। यह दक्षिण भारत में इस्कॉन का मुख्यालय माना जाता है और अपनी आध्यात्मिक आभा तथा शांत वातावरण से श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करता है।विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ अपार भीड़ उमड़ती है। इस पावन दिन पर मंदिर में सुंदर सजावट, भक्ति-कीर्तन और आध्यात्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जो इस उत्सव को और भी भव्य और यादगार बना देते हैं।
9. इस्कॉन मंदीर पुणे
पुणे का इस्कॉन मंदिर, जिसे श्री राधा वृंदावनचंद्र मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, शहर का एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। मंदिर की भव्यता और शांत वातावरण श्रद्धालुओं को गहरी भक्ति और आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराता है। विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ का उत्सव अत्यंत भव्य रूप लेता है। आकर्षक सजावट, मधुर भजन-कीर्तन और हजारों भक्तों की उपस्थिति इस पर्व को और भी दिव्य बना देती है। इस दिन मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की विशाल भीड़ उमड़ती है, जिससे वातावरण पूर्णतः कृष्णमय हो जाता है।
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10. इस्कॉन मंदीर जयपुर
जयपुर में स्थित इस्कॉन मंदिर शहर के प्रमुख दर्शनीय और आध्यात्मिक स्थलों में से एक है। इसे प्रेमपूर्वक गिरधारी दाउजी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। अपनी भव्यता और शांत वातावरण के कारण यह मंदिर श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों में भी अत्यंत लोकप्रिय है।
विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर का नज़ारा अद्भुत हो जाता है। रोशनी और फूलों से सजा यह मंदिर एक दिव्य आभा से आलोकित होता है। हजारों श्रद्धालु भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना और आध्यात्मिक अनुष्ठानों के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाते हैं।

1. जन्माष्टमी के दिन इस्कॉन क्यों जाना चाहिए?
इस्कॉन मंदीर में जन्माष्टमी बेहद धूमधाम से मनाई जाती है. यहां जन्माष्टमी के दिन भजन, कीर्तन, झाकियां, श्री कृष्ण झुला, रथ यात्रा और विशेष आरती का आयोजन किया जाता है.
2. क्या जन्माष्टमी के दिन इस्कॉन में विशेष दर्शन व्यवस्था होती है?
हां बिल्कुल, अधिक भीड़ होने के कारण इस्कॉन मंदिरों में विशेष आरती, विशेष दर्शन, लाइन व्यवस्था और कभी कभी पास की व्यवस्था भी की जाती है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी इस समय कई मंदिरों में किया जाता है.









