राजस्थान के ये पवित्र मंदिर न केवल देशभर बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। राजस्थान, अपनी समृद्ध संस्कृति के साथ, धार्मिक स्थलों में विश्वभर में एक अलग पहचान रखता है। यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में भक्त अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करने के लिए आते हैं। ये मंदिर केवल पर्यटन को बढ़ावा ही नहीं देते, बल्कि श्रद्धालुओं में आस्था और विश्वास का अद्वितीय प्रतीक भी माने जाते हैं।
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1. मेहंदीपुर बालाजी
मेहंदीपुर बालाजी हनुमान जी का प्रमुख मंदिर है, जो विशेष रूप से भूत-प्रेतों और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति पाने के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में तीन देवताओं — हनुमान जी, प्रेतराज सरकार और भैरव बाबा — की पूजा की जाती है। यहाँ की आरती और भगवान को चढ़ाया जाने वाला भोग अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
भक्त अपने शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति पाने के लिए इस मंदिर में आते हैं। यह स्थल आस्था, विश्वास और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है, जो प्रत्येक श्रद्धालु के मन को शांति और सुकून प्रदान करता है।

2. सालासर बालाजी
सालासर बालाजी मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित एक प्रमुख आस्था स्थल है और हनुमान जी के भक्तों के लिए विश्वास और भक्ति का केंद्र माना जाता है। यह मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है और न केवल भक्तों की आस्था का प्रतीक है, बल्कि चमत्कारों और निस्वार्थ भक्ति की मिसाल भी प्रस्तुत करता है।
भक्त यहाँ नारियल पर मौली बांधकर उसे मंदिर के प्रांगण में विशेष स्थान पर अर्पित करते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में निस्वार्थ भाव और पूर्ण श्रद्धा के साथ जो भी इच्छा मांगी जाती है, वह पूर्ण होती है। सालासर बालाजी मंदिर आध्यात्मिक अनुभव, विश्वास और मन की शांति का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।
3. खाटूश्यामजी
राजस्थान का खाटू श्यामजी मंदिर न केवल राज्य में, बल्कि पूरे भारत में अपने चमत्कारों और आस्था के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान श्याम को समर्पित है, और यहाँ स्थापित खाटू श्याम की मूर्ति काले पत्थर से निर्मित है, जिसे देखकर भक्तों का मन श्रद्धा और भक्ति से भर जाता है।
भगवान खाटू श्याम को “हारे का सहारा” माना जाता है, और भक्तों का विश्वास है कि यहाँ आने के बाद उनके सभी कष्ट और परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। खाटू श्यामजी मंदिर न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि भक्तों को विश्वास, शांति और मानसिक संतोष का अद्भुत अनुभव भी प्रदान करता है।
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4. श्री सांवलिया जी मंदीर
यह मंदिर चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में स्थित है और भगवान कृष्ण के श्याम स्वरूप को समर्पित है। मध्यकाल में खुदाई के दौरान जब सांवलिया जी की मूर्ति प्राप्त हुई, तभी इस मंदिर की स्थापना की गई थी। यहाँ आने वाले भक्त भगवान को “सांवला” और “माधव” के नाम से पुकारते हैं।
यह राजस्थान के उन प्रमुख मंदिरों में से है, जहाँ हमेशा भक्तों की भारी भीड़ रहती है। विशेष रूप से जन्माष्टमी और कृष्ण से जुड़े अन्य त्योहारों के अवसर पर यहाँ आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। यह मंदिर राजस्थान के अमीर और ऐतिहासिक महत्व वाले मंदिरों में गिना जाता है। भक्तों का मानना है कि यहाँ निस्वार्थ श्रद्धा और विश्वास के साथ मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है।

5. करनी माता मंदीर
करनी माता मंदिर बीकानेर के देशनोक में स्थित है और इसे ‘चूहों वाला मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर माता करनी को समर्पित है, जिन्हें माता दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। मंदिर की वास्तुकला अत्यंत भव्य और मनोहारी है, यहाँ संगमरमर के भव्य गेट और चांदी की जालियाँ देखी जा सकती हैं।
इस मंदिर की खासियत इसके चूहे हैं — यहाँ लगभग 25,000 काले चूहे रहते हैं, जिन्हें ‘काबा’ के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा, यहाँ सफेद चूहों को भी देखा जा सकता है, जिन्हें भक्त शुभ और भाग्यशाली मानते हैं। करनी माता मंदिर न केवल आस्था और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि अपने अनोखे वातावरण और अद्वितीय परंपराओं के कारण पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षक स्थल है।
1. राजस्थान में कोन-से मंदीर मानसिक शांति के लिए प्रसिद्ध है?
1. नाथद्वारा श्री नाथ जी मंदीर
2. एकलिंग जी मंदीर
3. अजमेर शरीफ दरगा
4. करनी माता मंदीर
2. क्या इन मंदिरों में ध्यान और मैडिटेशन की व्यवस्था होती है?
कुछ मंदिरों में ध्यान और शांति से बेठने की व्यवस्था होती है. उदयपुर का एकलिंगजी मंदीर और माउंट आबू का अर्बुदा देवी मंदीर ध्यान की शांति के लिए प्रसिद्ध है.
3. क्या इन मंदिरों में रहने या ठहरने की व्यवस्था होती है?
हां बिल्कुल, कई मंदिरों के पास धर्मशाला और गेस्ट हाउस होते है. यहा आस-पास होटल और रेस्ट हाउस की सुविधा भी होती है.
4. इन मंदिरों तक कैसे पंहुचा जा सकता है?
राजस्थान के बड़े-बड़े मंदिरों तक रेल मार्ग, हवाई मार्ग और बस द्वारा पंहुचा जा सकता है. जयपुर, उदयपुर, जोधपुर और अजमेर जैसे शहरो से बस की सुविधा होती है.









