मंदिरों
भारत में मंदिरों की परंपरा प्राचीन काल से ही अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। इन पवित्र स्थलों पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुँचते हैं। कहा जाता है कि इन मंदिरों में आने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उनकी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। विशेष बात यह है कि देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु यहाँ आकर आस्था प्रकट करते हैं। भारत के कई मंदिर ऐसे भी हैं, जहाँ भक्त स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति पाने की आशा में दर्शन करने आते हैं। प्रत्येक मंदिर की अपनी विशिष्ट मान्यता होती है और यहाँ देवी-देवताओं की भक्ति, पूजा-अर्चना और अनुष्ठान बड़े श्रद्धा भाव से संपन्न किए जाते हैं।
1. माता वैष्णोदेवी मंदीर
वैष्णोदेवी मंदिर, जम्मू के कटरा नगर से लगभग 63 किलोमीटर की दूरी पर, त्रिकुटा पर्वतमाला की ऊँचाइयों पर स्थित है। समुद्र तल से लगभग 5,200 फीट की ऊँचाई पर बसा यह पवित्र धाम भारत के सबसे पूजनीय तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। माता वैष्णोदेवी, जो कि माता दुर्गा का स्वरूप हैं, को समर्पित इस मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को कटरा से लगभग 12 से 13 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई तय करनी पड़ती है।

आस्था, भक्ति और शक्ति का प्रतीक यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है, बल्कि इसे भारत के सबसे धनी मंदिरों में भी गिना जाता है।
2. ओम बन्ना मंदीर
ओम बन्ना मंदिर, जिसे लोग श्रद्धा से बुलेट बाबा मंदिर भी कहते हैं, राजस्थान के पाली जिले में स्थित एक अत्यंत अनोखा और चर्चित धार्मिक स्थल है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल की पूजा की जाती है। मान्यता है कि 2 दिसंबर 1988 को ओम सिंह राठौड़ अपनी बुलेट पर यात्रा करते समय एक पेड़ से टकरा गए थे और दुर्घटना में उनका निधन हो गया। इसके बाद से उनकी बुलेट इस स्थान पर आस्था का केंद्र बन गई और आज यह मंदिर यात्रियों के लिए पवित्र तीर्थ जैसा महत्व रखता है। दूर-दूर से लोग यहाँ सुरक्षित यात्रा और मंगलमय जीवन की कामना लेकर आते हैं। साथ ही यह मंदिर लोगों को संदेश भी देता है कि शराब पीकर वाहन न चलाएँ, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
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3. मीनाक्षी मंदीर
मदुरै, तमिलनाडु में स्थित यह भव्य और ऐतिहासिक मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है। द्रविड़ स्थापत्य शैली में निर्मित इस मंदिर की भव्यता इसकी 14 विशाल गोपुरम (प्रवेश द्वार) में देखने को मिलती है, जो दूर से ही श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मंदिर का सबसे अनोखा आकर्षण इसका अद्भुत हॉल है, जिसमें 985 नक्काशीदार स्तंभ बने हुए हैं। प्रत्येक स्तंभ पर की गई बारीक कलाकारी द्रविड़ कला और वास्तुकला की उत्कृष्टता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करती है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र है, बल्कि अपनी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के कारण भी विश्वभर में प्रसिद्ध है।

1. इन मंदिरों में दर्शन करने से क्या लाभ होते है?
मान्यता है कि इन मंदिरों में दर्शन करने से रोग, शोक और जीवन के क्लेश दूर होते है और मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
2. क्या इन मंदिरों का कोई ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है?
हां बिल्कुल, इन मंदिरों का इतिहास सदियों पुराना है और इन मंदिरों को देवी देवताओं को विशेष रूप से समर्पित किया गया है.
3. क्या इन मंदिरों में दर्शन करने के लिए कोई विशेष पर्व और समय है?
नवरात्रि, शिवरात्रि, जन्माष्टमी, रामनवमी पर इन मंदिरों में अनुष्ठान होते है तब दर्शन का महत्व अधिक बढ़ जाता है.










